अगर तुम हमदर्द हो, तो दर्द से क्यू डरेंगे। दर्द है इस प्यार में, मगर दवा भी तुम बनोग अगर तुम हमदर्द हो, तो दर्द से क्यू डरेंगे। दर्द है इस प्यार में, मगर दव...
फिर से मिल जाए मुझे वो पेड़ की शीतल छाँव कुछ भी करके पहुंच जाऊं मैं अपने प्यारे गाँव! फिर से मिल जाए मुझे वो पेड़ की शीतल छाँव कुछ भी करके पहुंच जाऊं मैं अपने प्यार...
इस वीराने में इस वीराने में
इस संसार में इस संसार में
और इस उम्मीद में जिया है, कि इस लाइलाज चोट का इलाज उस ख़ुदा ने तुझको दिया है। और इस उम्मीद में जिया है, कि इस लाइलाज चोट का इलाज उस ख़ुदा ने तुझको दिया है।
हर हालत में टिकने वाले जो शूर है हा वो मजदूर है। हर हालत में टिकने वाले जो शूर है हा वो मजदूर है।